शिमला, 07 अक्तूबर डीडीएमए द्वारा गेयटी थिएटर में सुरक्षित निर्माण प्रथाओं पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता का आयोजन।
शिमला शहर के 11 स्कूलों ने लिया भाग, पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टुटू ने प्राप्त किया पहला स्थान
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण शिमला द्वारा आज ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में आपदा जोखिम न्यूनीकरण के अंतर्राष्ट्रीय दिवस समर्थ 2024 के उपलक्ष में सुरक्षित निर्माण प्रथाओं पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें शिमला शहर के 11 स्कूलों ने भाग लिया।
इस प्रतियोगिता में राजकीय आदर्श छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लालपानी, राजकीय (छात्रा) आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर, पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टुटू, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संजौली, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छोटा शिमला, सरस्वती पैराडाइज इंटरनेशनल स्कूल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बालूगंज, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अनाडेल, राजकीय (छात्र) वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लक्कड़ बाजार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ढली तथा लोरेटो कन्वेंट तारा हॉल की टीम ने भाग लिया। इस दौरान जवाहर कॉल, रुपेश भीमटा और पूर्णिमा शर्मा ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
प्रतियोगिता में पहला स्थान पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टुटू, दूसरा स्थान राजकीय आदर्श छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लालपानी और तीसरा स्थान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अनाडेल ने प्राप्त किया, जिन्हे निर्णायकों ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टुटू की टीम को 14 अक्टूबर को आयोजित किये जाने वाले राज्य स्तरीय समारोह में प्रस्तुति देने और मुख्यमंत्री से सम्मानित होने का अवसर मिलेगा।
इस दौरान जवाहर कॉल ने अपने संबोधन में कहा कि आज निर्णायक के रूप में उन्हें विषय को ध्यान में रख कर निर्णय लेना था जोकि बेहद चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने कहा कि सभी टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया और उनकी प्रस्तुतियों से सुरक्षित निर्माण को लेकर कई नई चीजों का ज्ञान हुआ। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि जब यह छात्र बड़े होंगे तो घर बनाते समय वो गलतियां नहीं दोहराएंगे जो हम लोगों ने की हैं। उन्होंने कहा कि घर बनाते समय मिटटी की जाँच, अच्छे इंजीनियर का चयन, सही नक्शा बनवाना इत्यादि चीजों का बहुत महत्व है।
उन्होंने बच्चों को थिएटर जगत की बारीकियों की भी जानकारी दी, जो उन्हें आगे चलकर अन्य प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने में सहायक सिद्ध होगी।